Bihar Teacher News KK Pathak : आजकल लोग सरकार के साथ ऐसा धोखाधड़ी कर जाते हैं जिससे सरकार भी सच में पड़ जाती है कि लोग नौकरी पाने के लिए इस प्रकार का धोखाधड़ी कर सकते हैं। आपको बता दे कि बिहार के नियोजित शिक्षकों का प्रमाण पत्रों को जांच अब शुरू हो चुका है। जिसमें बड़ा खुलासा हुआ है। वहीं शिक्षा विभाग ने राज्य के ऐसे शिक्षक का सेवक समाप्त करने का फैसला लिया है और इससे संबंधित आदेश जल्द ही जारी किए जाएंगे। आईए जानते हैं पूरी खबर विस्तार से।
Bihar Teacher News KK Pathak
आपको बता दे कि बिहार में शिक्षा विभाग के तरफ से शिक्षकों पर लगातार कड़ा एक्शन लिया जा रहा है।
राज्य के 370 नियोजित शिक्षकों को सेवा समाप्त करने का फैसला लिया गया है। संबंधित आदेश जल ही जारी किए जाएंगे इसके लिए शिक्षा विभाग के तरफ से फैसला लिया गया है कि यह सभी शिक्षक है और जिनके राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) और केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) के प्रमाण पत्र जाली पाए गए हैं।
शिक्षा विभाग की तरफ से संबंधित शिक्षकों को मूल प्रमाण पत्रों के साथ जांच कमेटी के समक्ष प्रस्तुत होने का आदेश दो बार दे दिया गया था लेकिन संबंधित शिक्षक जांच कमेटी के सामने नहीं हाजिर हुए थे।
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य कर्मी बनने के लिए नियोजित शिक्षकों का साक्षमता परीक्षा हुआ था। यह परीक्षा व्यवहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा लिया गया था जिसमें से बैठने वाले नियोजित शिक्षकों में से 1151 शिक्षक के सीटीईटी, एसटीईटी व बीटीईटी के प्रमाण पत्र के रोल नंबर को डुप्लीकेट के रूप में चिन्हित किया गया था।
इसके बाद शिक्षा विभाग की तरफ से नियोजित शिक्षकों का भौतिक सत्यापन करने का फैसला लिया गया और जिसमें जांच कमेटी बनाया गया था। शेड्यूल के हिसाब से संबंधित शिक्षकों का भौतिक सत्यापन का कार्य विगत 7 से 22 मार्च तक चला। जिसमें से संदेह के दायरे में आने वाले नियोजित शिक्षक जांच कमेटी की समस्क्ष प्रस्तुत नहीं हुए।
ऐसे में नियोजित चीज को पर कार्यवाही के पहले शिक्षा विभाग के तरफ से उन्हें एक और मौका देने का निर्णय लिया गया, लेकिन ऐसे शिक्षक दोबारा भी जांच कमेटी के सामने नहीं आए। इसके बाद ही शिक्षा विभाग ने संबंधित शिक्षकों को सेवा से हटाने का फैसला लिया।
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