Bijli Bill : अगर आप भी उत्तर प्रदेश के बिजली उपभोक्ता है तो आप सभी बिजली उपभोक्ताओं के लिए बहुत ही बड़ी खुशखबरी की खबर निकलकर आ रही है। ऐसे में आप सभी को बता दें कि अब आपके यहां हर महीने बिजली का बिल बनाने नहीं आएंग आपको बता दें कि वह 2 महीने में एक बार मीटर की रीडिंग से बिल तैयार करके उपभोक्ता को देंगे यानी उपभोक्ता आभार महीने रीडिंग आधारित बिल नहीं मिलेंगे। हर दूसरा बिल निगम द्वारा आटो जेनरेट यानी (प्रोविजनल) बना कर दिए जाएंगे।
आपको बता दें की नई व्यवस्था को विद्युत निगम ट्रायल के तौर पर शुरू कर रहे हैं। इसके लिए डिविजन स्तर पर जिले के 5000 उपभोक्ताओं को शामिल किया जा रहे हैं । ऐसे में अधिकारियों का यह प्रयोग सफल रहे तो आने वाले दिनों में उपभोक्ताओं को 2 महीने में एक बिल रीडिंग आधारित जमा करने होंगे। जबकि दूसरा औसत रीडिंग से बने हुए बिल का भुगतान करने पड़ेंगे।
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ऐसे में इस योजना के पीछे विभागीय अधिकारियों की मंसा है कि मीटर रीडिंग के साथ हर हर जाने वाले विभागीय कर्मचारियों को हर उपभोक्ता के परिसर तक पहुंचाना संभव होगे । साथी असिस्टेंट मीटर रीडिंग एप पर ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ताओं का ब्यौरा भरना संभव होगा।
आपको बता दें अधिकारियों ने यह अभी तर्क दिए हैं कि उपभोक्ता हर 2 महीने पर रीडिंग आधारित बिल मिलेंगे। ऐसे में प्रोविजनल बिल में काम या ज्यादा रीडिंग होने पर बल रकम अगले बिल में समायोजित कर दिए जाएंगे । हालांकि योजना को लेकर विभाग के कई इंजीनियर सवाल भी उठा रहे हैं लेकिन सार्वजनिक तौर पर कहने से बच रहे हैं।
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विद्युत वितरण बरेली जोन प्रथम के चीफ इंजीनियर रण विजय सिंह अपने शब्दों में काहे की योजना को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किए गए हैं। कुछ डिविजन में 5000 के करीब उपभोक्ताओं को शामिल किए हैं । इन उपभोक्ताओं के बिल बनाने के लिए मीटर रीडर 2 महीने में एक बार जाएंगे। दूसरा बिल विभाग की ओर से उपलब्ध कराए जाएंगे
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